Anti Drone System : एंटी ड्रोन सिस्टम तकनीक के जरिए मानव रहित हवाई उपकरणों को जैम कर देता है, यह ड्रोन रेडियो फ्रीक्वेंसी तकनीक के जरिए दुश्मन के ड्रोन की पहचान करता हैI आपको बता दे उत्तर प्रदेश के सरकार ने 10 एंटी ड्रोन खरीदा है, जिसमें से अयोध्या के राम मंदिर की सुरक्षा में कुछ एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किए जाएंगे। आई विस्तार पूर्वक जानते हैं इस सुरक्षा तैनात सिस्टम के बारे में।
इजरायली एंटी ड्रोन द्वारा राम मंदिर की सुरक्षा
विश्व की सबसे बड़ी धार्मिक स्थल के नाम से जाने वाली श्री अयोध्या धाम राम जन्म भूमि की सुरक्षा अब और भी टाइट होने वाली है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने इजराइल में बनी एंटी ड्रोन सिस्टम राम जन्मभूमि की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाने का आदेश दिया है। यूपी पुलिस एंटी ड्रोन सिस्टम खरीद सुरक्षा के लिए तैयार भी कर चुके।
जानकारी के लिए आपको बता दे गए चरणों में इस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 एंटी ड्रोन सिस्टम खरीदे हैं ड्रोन सिस्टम को जांच करने के बाद उत्तर प्रदेश में पहली बार राम मंदिर में इस सिस्टम को तैनात किया जाएगा। खास बात यह है कि 10 किलोमीटर दूर से ही दुश्मन को पहचाने की क्षमता इसके अंदर है।
G 20 सम्मेलन में भी लगाए गए थे एंटी ड्रोन
रिपोर्ट्स के अनुसार रामजन्म भूमि के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के दौरान भी एंटी ड्रोन सुरक्षा तैनात की गई थी। यूपी पुलिस ने इसे विशेष सुरक्षा समूह, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और अन्य सुरक्षाबलों के विशेष व्यवस्था के द्वारा मंगवाया गया था। इतना ही नहीं इससे पहले दिल्ली में हुए जी-20 सम्मेलन सुरक्षा में भी इसी ड्रोन सिस्टम तैनात किया गया था।
कहां कहां लगेंगे एंटी ड्रोन सिस्टम
उत्तर प्रदेश सरकार के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि संवेदनशील प्रतिष्ठानो पर अयोध्या, वाराणसी, लखनऊ और मथुरा सहित अन्य जिलों में यह एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किया जाएगा। इस सिस्टम से पुलिस की Monitoring System मजबूत होगी।
लेजर तकनीकी का इस्तेमाल करके इस सिस्टम से विरोधी ड्रोन को हैक कर उसे सावधानीपूर्वक लैंड कराया जा सकता है। एंटी ड्रोन सिस्टम के साथ स्नाइपर्स भी तैनात होंगे ड्रोन को मार गिराने का ट्रेनिंग दिया जाएगा
एंटी ड्रोन सिस्टम क्या होता है?
एंटी ड्रोन सिस्टम का उपयोग मानवरहित हवाई उपकरणों को रोकने के लिए किया जाता है। जिससे विशेष रेडियो प्रीक्वेंसी के द्वारा दुश्मन ड्रोन की पहचान की जाती है। इस एंटी ड्रोन सिस्टम से संदिग्ध गतिविधि की जानकारी उसे मारने के लिए सुरक्षाकर्मियों तक जाती है।