BEd : भारत में नई शिक्षा नीति के अनुसार राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद B.Ed कोर्स में तेजी से बदलाव कर रहा है। हाल ही में NCTE ने 2 साल के BEd कोर्स को बंद करने का फैसला लिया है जिसके बाद अब पुराने चार वर्षीय बीएड कोर्स को भी बंद करने के फैसले के ऊपर विचार किया जा रहा है। सोमवार के दिन एनसीटीई के द्वारा अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस के अनुसार अकादमिक सत्र 2025-26 से पुराने चार वर्ष वाला बेड कोर्स बंद कर दिया जाएगा। इसलिए साल 2024-25 में 4 वर्षीय बीएड कोर्स का अंतिम साल होगा।
अब नहीं लिए जाएंगे एडमिशन
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की वेबसाइट के अनुसार 2024-25 पुराने चार वर्षीय बीएड कोर्स का आखिरी सत्र है। इसके बाद इसे अगले साल से बंद कर दिया जाएगा। जबकि अगले साल से इस B.Ed कोर्स के लिए कोई भी एडमिशन नहीं लिया जाएगा। इसके बाद विभिन्न शिक्षा के प्रशिक्षण संस्थानों में नया चार वर्ष वाला B.Ed इंटीग्रेटेड कोर्स आईटीईपी ही चलेगा।
बनाए गए है नए नियम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में NCTE ही शिक्षकों के प्रशिक्षण, उनके कोर्स व सिलेबस, शिक्षण विकास संबंधी मामलों की देखरेख करता है। लेकिन अब जारी किए गए नोटिस के अनुसार NCTE ने चार साल के बीएड इंटिग्रेटेड बीए-बीएड व बीएससी-बीएड कोर्स 2014 के रेगुलेशन में संशोधन कर दिया है। NCTE द्वारा बनाए गए नए नियमों को अब सत्र 2025-26 से देश में चालू सभी चार वर्षीय बीएड कोर्स को संचालित करने वाले कॉलेज और अन्य संस्थाओं में लागू कर दिया जाएगा।
NCTE ने दिया बयान
इस बारे में NCTE ने बताया कि जो भी कॉलेज और संस्थान पहले से 4 साल वाले इंटीग्रेटेड बीएससी बीएड और बीए बीएड वाले कोर्स करवा रहे हैं उनकी मान्यता भी जारी रहेगी। फिलहाल उन कॉलेजों और संस्थाओं को 2025 से पहले तक इस शर्त के अनुसार किसी भी छात्र का एडमिशन न लेने की अनुमति दी जाएगी कि वे शैक्षणिक सत्र 2025-26 की शुरुआत से पहले संशोधित किए गए रेगुलेशन और नियमों के अनुसार नए इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स ITEP में बदल जाएंगे। अगर कोई शैक्षणिक संस्थान या कॉलेज पुराने 4 वर्षीय एकीकृत बीएड कोर्स चला रहा है तो उन्हें सत्र 2025-26 सत्र से नए एडमिशन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
क्या होगा 2 साल के बीएड कोर्स का
फिलहाल NCTE ने नोटिस में 2 साल वाले बीएड कोर्स के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। इसे बंद करने को लेकर कोई भी सूचना नहीं दी गई है। लेकिन अगर नई शिक्षा नीति के नियमों को देखा जाए तो साल 2030 के बाद स्कूलों में वही शिक्षक होंगे जिन्होंने नया वाला चार साल का ITEP कोर्स किया है। देखा जाये तो इसमें 2 साल वाला बीएड कोर्स भी चलेगा लेकिन इसका इस्तेमाल उच्च शिक्षा के लिए ही होगा।
क्या है ITEP कोर्स
NCTE ने साल 2023-24 से सभी आईआईटी, एनआईटी, सेंट्रल व स्टेट यूनिवर्सिटी सहित 57 अध्यापक शिक्षण संस्थानों में इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम शुरू किया है। 2023 के मार्च महीने में इसे लॉन्च किया गया था। ये NEP 2020 के तहत NCTE का एक मुख्य प्रोग्राम है। ITEP को 26 अक्टूबर 2021 में अधिसूचित किया गया था जो 4 साल की एक दोहरी स्नातक डिग्री है जो बीए बीएड/ बीएससी बीएड/ बीकॉम बीएड कोर्स ऑफर करती है। यह कोर्स नई शिक्षा नीति के अनुसार दिए गए नए स्कूल एजुकेशन प्रोग्राम के 4 चरणों यानी फाऊंडेशनल प्रिपेरटॉरी मिडिल और सेकेंडरी क्लास (5+3+3+4) के लिए शिक्षकों को तैयार करेगा।
बच जाता है एक साल
ITEP उन सभी छात्रों के लिए है जो सेकेंडरी पास करने के बाद अपनी मनपसंद शिक्षण को अपने करियर के रूप में चुनते हैं। इस इंटीग्रेटेड कोर्स से छात्रों का 1 साल बच जाता है क्योंकि वर्तमान में B.Ed कोर्स 3 साल की ग्रेजुएशन और 2 साल के B.Ed का है। जबकि इस आवश्यक कोर्स को अब 5 सालों के बजाय 4 साल के लिए कर दिया गया है।